हल्दीघाटी में रक्त बहा जब
कण कण उसका बोला है ।।
मुगलों की ताकत को उसने
तलवारो पे तोला है ।।
हूँ लड़्यो घणो‚ हूँ सह्यो घणो‚
हूँ लड़्यो घणो‚ हूँ सह्यो घणो मेवाड़ी मान बचावण नै।
जय हो महाराणा
जय हो महाराणा
हूँ लड़्यो घणो‚ हूँ सह्यो घणो मेवाड़ी मान बचावण नै।
हूँ लड़्यो घणो‚ हूँ सह्यो घणो मेवाड़ी मान बचावण नै।
पर पाछ नहीं राखी रण में‚ बैर्यां रो खून बहावण नै।
जब याद करूँ हल्दीघाटी‚ नैणां सु रक्त उतर आवै।
सुख–दुख रो साथी चेतकड़ो‚ सूती सी हूक जगा जावै।
जय हो महाराणा
जय हो महाराणा
म्हारो रण में रक्त उबल जावे
म्हारो चेतक धरा ने पलटावे
केसरिया रग रग में जगावै
हल्दीघाटी रा टीला है
म्हारा वीर घणा भड़कीला है
वीरा री आ बाता बता दे
आ हाथा में तलवार टकाल
कुण रांड केवेला राजपूती
जय हो महाराणा
जय हो महाराणा
आ हाथा में तलवार टकाल
कुण रांड केवेला राजपूती
मयाड़ॉ रे बदले बैर्यां रे छाती में रेवेला सूती
में रजपूतण रो जायो हु राजपूती आण बचाऊंला
शिश पड़े पर पाग नही आ आछो धर्म निभाऊला
तू राख भरोसो ऐ मायड़ थारी आण कदे नी झुखवाउ
ओ जीवन है थारे हवाले
माटी रो कर्ज चुकाऊंला अकबर रो शीश झुकाऊंला
बचनों है तो बचने दिखा दे
पीथल के खिमता बादल री‚ जो रोकै सूर उगाली नै।
पीथल के खिमता बादल री‚ जो रोकै सूर उगाली नै।
सिंहा री हाथल सह लेवै‚ वा कूंख मिली कद स्याली ने।
राखो थे मूछा ऐ जोड़ी लोहिया री नदी बहाँ दूला
में कद भी लडूंला अकबर हु उझड़ियो मेवाड़ बसालू ला
में अथक लडूंला अकबर हु उझड़ियो मेवाड़ बसालू ला
में अथक लडूंला अकबर हु उझड़ियो मेवाड़ बसालू ला
Full Vedio :
https://youtu.be/AzWMGpykVjs